बीजेपी ने टिकट काटा तो मंच पर ही फूट-फूटकर रोने लगे पूर्व विधायक नरेश कौशिक, देखें-वीडियो


मंच पर फूट-फूट कर रोये पूर्व विधायक नरेश कौशिक - इंडिया टीवी हिंदी

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पूर्व विधायक नरेश कौशिक मंच पर फूट-फूट कर रो पड़े.

बहादुरगढ़: हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार दिनेश कौशिक का पार्टी के अंदर ही विरोध शुरू हो गया है. पूर्व विधायक नरेश कौशिक पार्टी प्रत्याशी दिनेश कौशिक के पुरजोर विरोध में उतर आये और पार्टी शीर्ष नेतृत्व से प्रत्याशी बदलने की मांग की. नरेश कौशिक ने कहा कि अगर आपको सीट जीतनी है तो अपना टिकट बदलना होगा. कौशिक ने अपना गुस्सा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ पर निकाला. धनखरा के लिए उन्होंने स्वयंभू नेता शब्द का इस्तेमाल किया.

मंच पर रो पड़े बीजेपी नेता नरेश कौशिक

दरअसल, बीजेपी ने इस बार बहादुरगढ़ के पूर्व सांसद नरेश कौशिक को टिकट नहीं दिया है. इस बार पार्टी ने उनके छोटे भाई दिनेश कौशिको को अपना उम्मीदवार बनाया है. शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर नरेश कौशिक का दर्द छलक पड़ा. नरेश कौशिक की आंखों से आंसू छलक पड़े। पूर्व विधायक मंच पर ही फूट-फूट कर रोने लगे. इस बात का ख्याल उनके समर्थकों ने रखा.

बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया

नरेश कौशिक ने अपने छोटे भाई दिनेश कौशिक को घमंडी कहा और अपशब्दों का प्रयोग भी किया. नरेश कौशिक ने भावुक होकर कहा कि दिनेश कौशिक इतने स्वार्थी हैं कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी में अपने भाई को भी नहीं बुलाया. टिकट मिले चार दिन बीत गए और दिनेश कौशिक का फोन तक नहीं आया।

स्वतंत्र चुनाव लड़ने के लिए नियुक्त किया गया

नरेश कौशिक ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को लिखा है कि अगर उन्हें बहादुरगढ़ विधानसभा सीट जीतनी है तो उन्हें किसी भी कीमत पर इस सीट से टिकट बदलना होगा। पूर्व सांसद नरेश कौशिक ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को 9 तारीख तक का समय दिया है और यह भी कहा है कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह अपने समर्थकों के साथ कोई भी फैसला ले सकते हैं. नरेश कौशिक का कहना है कि उनके भाई ने उन्हें चार दिनों से मदद के लिए नहीं बुलाया है, तो वह दिनेश कौशिक का समर्थन करने कैसे जा सकते हैं?

नरेश कौशिक ने बिना नाम लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की भी आलोचना की. उनका कहना है कि कुछ स्वयंभू नेता अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए उनका राजनीतिक करियर दांव पर लगा रहे हैं। उन्हीं के कारण झज्जर संसदीय क्षेत्र की विजयी बहादुरगढ़ सीट भाजपा के हाथ से निकल गई। आपको बता दें कि नरेश कौशिक 2014 में बीजेपी के टिकट पर बहादुरगढ़ से विधायक चुने गए थे.

रिपोर्ट-सुनील कुमार

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