मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की मंगलवार को आखिरी तारीख के बाद बुधवार से चुनाव प्रचार में तेजी आ गई है. महा विकास अघाड़ी और महायुति की ओर से प्रमुख नेताओं की रैलियों की योजना बनाई गई है. सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के बड़े नेताओं की 50 से ज्यादा जनसभाएं होंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रमुख नेता महाराष्ट्र में जनसभाएं करेंगे.
पीएम मोदी इन इलाकों में रैलियां करेंगे
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी पश्चिमी महाराष्ट्र, विदर्भ, मुंबई-कोंकण, उत्तरी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में कुल 8 सभाएं करने की योजना बना रहे हैं. अधिक से अधिक संख्या में सार्वजनिक सभा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी देवेन्द्र फड़णवीस, नितिन गडकरी और चन्द्रशेखर बावनकुले को दी गई।
यूपी के सीएम योगी करेंगे 15 रैलियां
बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न जिलों में 15 रैलियां करेंगे. हरियाणा की तरह महाराष्ट्र में भी सीएम योगी बीजेपी और पीडीपी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे. योगी के अलावा बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी चुनाव प्रचार के लिए महाराष्ट्र आएंगे.
सबसे ज्यादा रैली करेंगे देवेन्द्र फड़णवीस
सूत्रों ने बताया कि अमित शाह महाराष्ट्र में 20 रैलियां करेंगे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 40 रैलियां करेंगे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस 50 रैलियां करेंगे और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले 40 रैलियां करेंगे। इसके अलावा स्थानीय नेताओं की भागीदारी से रैलियां आयोजित की जाएंगी.
किसकी कितनी बैठकें?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी – 8
- अमित शाह- 20
- नितिन गडकरी- 40 साल
- देवेन्द्र फड़णवीस 50 साल के हैं.
- चन्द्रशेखर बावनकुले – 40
- योगी आदित्यनाथ- 15
आपको बता दें कि हरियाणा चुनाव में भी पीएम मोदी और अमित शाह ने ज्यादा रैलियां नहीं कीं. इसके बाद स्थानीय नेताओं ने नई रैलियां आयोजित कीं. बीजेपी ने महाराष्ट्र में भी ऐसी ही रणनीति अपनाई है. हरियाणा में बीजेपी ने उम्मीदवारों से ज्यादा सीटें जीतीं और लगातार तीसरी बार रिकॉर्ड सरकार बनाई.
चुनाव 20 नवंबर को होंगे.
महाराष्ट्र की सभी सीटों पर एक चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. चुनाव नतीजे 23 नवंबर को घोषित किये जायेंगे. राज्य में नामांकन बंद होने के बाद अब नामांकन पत्रों की जांच की जा रही है.